कश्मीर में इंटरनेट बैन पर बोले नीति आयोग के सदस्य- क्या फर्क पड़ता है

अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से घाटी की स्थिति का जायजा लेने के लिए विपक्ष के नेता जम्मू-कश्मीर जाना चाहते हैं। हालांकि उन्हें सरकार से इसकी इजाजत नहीं मिली। कुछ दिनों बाद 36 मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल कश्मीर जाएगा। इसी बीच नीति आयोग के सदस्य वीके सारस्वत से जब कश्मीर में इंटरनेट बंद होने के बारे में सवाल किया गया तो वह भड़क गए। उन्होंने कहा इंटरनेट पर गंदी फिल्में देखने के अलावा वहां लोग क्या करते हैं। नीति आयोग के सदस्य वीके सारस्वत ने कहा, 'एक तरीका होता है। कश्मीर ने इंटरनेट बंद है क्योंकि उसकी एक वजह है। कश्मीर में अगर अनुच्छेद 370 को हमें प्रख्यात करना है और कश्मीर को एक राज्य के तौर पर आगे लाना है तो हमें मालूम है कि वहां कुछ ऐसे लोग हैं, कुछ ऐसे तत्व हैं जो इस तरह की सूचना का दुरुपयोग करेंगे। हम वहां जो कानून व्यवस्था लाना चाहते हैं वह उसे खराब करेंगे।'




सारस्वत ने कहा कि नेता दिल्ली की तरह कश्मीर में आंदोलन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'ये जो नेता वहां जाना चाहते हैं वह इसलिए जाना चाहते हैं ताकि जो आंदोलन दिल्ली की सड़कों पर हो रहा है वह उसे वहां करना चाहता हैं। जो सोशल मीडिया है वह उसे आग की तरह इस्तेमाल करना चाहते हैं। वहां इंटरनेट न होने से क्या फर्क पड़ता है? वहां क्या ई-टेलिंग हो रही है? वैसे भी वहां इंटरनेट पर गंदी फिल्में देखने के अलावा कुछ नहीं होता है।'